Friday, 3 June 2011

राम जेठमलानी भी आए बाबा रामदेव के समर्थन में!


प्रख्यात वकील एवं भाजपा सांसद राम जेठमलानी ने भ्रष्टाचार और विदेश में रखे गये काले धन के खिलाफ बाबा रामदेव के प्रस्तावित अनशन का समर्थन करते हुए कहा कि योगगुरू देश की चुरायी गयी संपत्ति को फिर से वापस लाने की लड़ाई लड़ रहे हैं।

जेठमलानी ने श्रीनगर में संवाददाताओं से कहा कि बाबा रामदेव समूचे भारतवर्ष की चुरायी गयी संपत्ति को वापस लाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। इसमें से कुछ
हिस्सा जम्मू कश्मीर के लोगों का है। लिहाजा उन्हें लगता है कि बाबा रामदेव को प्रत्येक नागरिक की मदद और समर्थन की जरूरत है।

कश्मीर समिति का नेतत्व करने वाले जेठमलानी समिति के अन्य सदस्यों के साथ यहां पहुंचे। उन्होंने हुर्रियत के कट्टरपंथी धडे़ के नेता सैयद अली शाह गिलानी के साथ बंद कमरे में मुलाकात की। जेठमलानी ने कहा कि वह कश्मीर से लौटने के बाद भ्रष्टाचार के खिलाफ बाबा रामदेव के अनशन में हिस्सा लेंगे।

उन्होंने कहा, मैं उनका अनुयायी हूं और वह मेरे मित्र हैं। मैं छह जून तक यहां हूं। यदि उनका अभियान तब तक जारी रहा तो मैं उनसे मिलूंगा और उनके साथ बैठूंगा।

प्रख्यात न्यायविद जेठमलानी ने कहा कि उनकी बाबा रामदेव के भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम के प्रति पूरी सहानुभूति है। योगगुरू ने चार जून से अनशन करने की योजना बनायी है। उन्होंने बाबा रामदेव की प्रधानमंत्री और भारत के प्रधान न्यायाधीश को लोकपाल के दायरे में शामिल किये जाने की मांग का समर्थन किया।

जेठमलानी ने कहा कि उन्हें शामिल किया जाना चाहिए बशर्ते लोकपाल पूरे देश की सहमति से नियुक्त किया जाए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि लोकपाल विधेयक अपने आप में समाधान नहीं है। उन्होंने कहा कि यह किसी समस्या को हल करने का एक जरिया है। लिहाजा लोकपाल विधेयक को लेकर लड़ाई को अनावश्यक ढंग से खींचा जा रहा है। उन्हें स्वीकार करना चाहिए कि प्रत्येक व्यक्ति लोकपाल के अधिकार क्षेत्र का विषय हो।

प्रख्यात वकील ने कहा कि लोकपाल को पूरे देश का भरोसा प्राप्त होना चाहिए। उन्होंने कहा, मैं यही चाहता हूं कि लोकपाल स्वयं ऐसा व्यक्ति होना चाहिए जिस पर पूरा देश भरोसा करता हो। सरकार ऐसा लोकपाल नहीं नियुक्त कर सकती जो प्रधानमंत्री पर फैसला दे तो बेवकूफी की बात है। जेठमलानी ने कहा कि लोकपाल विधेयक का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा, उसके चयन का तरीका है।

No comments:

Post a Comment