11:06(04/06/11)
नई दिल्ली.बाबा रामदेव ने भ्रष्टाचार और काले धन के खिलाफ आज अपना अनशन शुरू कर दिया है। इस आंदोलन की रूपरेखा उन्होंने काफी पहले तैयार कर ली थी। इसमें 5 लोगों ने अहम भूमिका निभाई है। पर्दे के पीछे रह कर इस आंदोलन को हकीकत बनाने वाले 5 पांच चेहरे हैं- गोविंदाचार्य, अजित डोभाल, एस गुरुमूर्ति, महेश जेठमलानी और वेद प्रताप वैदिक। ये पांचों इस वक्त बाबा की उस कोर टीम के हिस्सा हैं जिनसे राय-विचार कर बाबा लगातार सरकार को चुनौती दे रहे हैं।
के एन गोविंदाचार्य
कभी बीजेपी के थिंक टैंक माने जाते थे। जिन्होंने अयोध्या
आंदोलन से लेकर राम रथ यात्रा तक के कार्यक्रम को प्लान करने में अहम रोल निभाया था। गोविंदाचार्य ही वो शख्स हैं जो बाबा को संघ के करीब लेकर गए और आज बाबा के हर मिशन में उनके हम कदम बने हुए हैं।
अजित डोभाल
देश के तेज तर्रार आईपीएस अफसरों में से एक अजित आईबी के मुखिया रह चुके हैं। 1968 बैच के आईपीएस रहे मणिपुर, पंजाब और कश्मीर विवाद को सुलझाने में अहम रोल निभा चुके हैं और इस वक्त बाबा के अभियान को अपनी सोच के सहारे आगे बढ़ा रहे हैं।
एस गुरुमूर्ति
आर्थिक मामलों पर मजबूत पकड़ रखने वाले गुरुमूर्ति संघ के सिपाही हैं और अपनी काबिलयत के दम पर स्वदेशी जागरण मंच जैसे संगठन में सह संयोजक की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। बाबा इन्हीं के दम पर आर्थिक मुद्दों पर सरकार से दो दो हाथ करने को लिए अखाड़े में ताल ठोक रहे हैं।
महेश जेठमलानी
देश के नामी वकील राम जेठमलानी के बेटे और कानून पर तह तक पकड़ रखने वाले महेश का रिश्ता भी बीजेपी से जुड़ा है. लेकिन बाबा कानूनी मामलों पर इन्हीं के चश्मे से देश की दिशा को देखते हैं।
वेद प्रताप वैदिक
अपने जमाने के तेज तर्रार पत्रकारों में से एक रहे वैदिक की हर उस क्षेत्र में पकड़ है जिसकी जरूरत योग गुरु बाबा रामदेव को अपने इस अभियान
के लिए हैं। गोविंदाचार्य के करीबी माने जाने वाले वैदिक बाबा के अभियान को जन-जन तक पहुंचाने में भी लगे हैं।
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