हरिद्वार। अनशन में विघ्न डालने से क्षुब्ध बाबा रामदेव ने रविवार को सरकार की जमकर खिंचाई की और अपने समर्थकों पर 'पुलिसिया बर्बरता' को लेकर सोनिया गांधी को निशाना बनाया। रामदेव ने देशव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी है।
रामलीला मैदान में महिलाओं और बच्चों पर पुलिस कार्रवाई को 'लोकतंत्र पर कलंक' बताते हुए उन्होंने दावा किया कि केंद्र सरकार ने उन्हें जान से मारने का षड्यंत्र रचा और वरिष्ठ
मंत्रियों के साथ बैठक के दौरान ही उन्हें धमकी दी गई थी।दिल्ली से यहां भेजने के पहले रैली में नाटकीय घटनाक्रम में हिरासत में लिए गए रामदेव काफी विचलित नजर आ रहे थे। अपने समर्थकों पर आधी रात को हुई कार्रवाई को लेकर ऐसा लग रहा था कि वह रो पड़ेंगे।
उन्होंने थ्येनमान चौक नरसंहार का जिक्र करते हुए कहा, 'एक लाख लोगों पर बर्बरता और अत्याचार ने सारी हदें पार कर दीं..इस तरह के अत्याचार चीन के अलावा कहीं और नहीं देखा गया जहां हजारों लोग मारे गए थे।'
रामदेव ने कहा, 'सत्याग्रह खत्म नहीं हुआ है..सरकार को अवश्य जवाब देना चाहिए। हम देशभर के गांवों में हर दरवाजे पर जाएंगे और लोगों को इस सरकार की बर्बरता के बारे में बताएंगे। हम फिर दिल्ली जाएंगे या अगर मुझे दबाने का षड्यंत्र किया जाता है तो हम दिल्ली के नजदीक किसी जगह पर सत्याग्रह पर बैठेंगे।'
सोनिया पर हमला करते हुए रामदेव ने कहा, 'वह सरकार को रिमोट कंट्रोल से संचालित कर रही हैं। वह इस देश की बहू हैं..वह इस देश की मां और बहनों की इज्जत नहीं करतीं।'
रामदेव ने कहा कि अगर उन्हें कुछ होता है तो सोनिया और कांग्रेस सरकार जिम्मेदार होगी। उन्होंने कहा, 'सरकार खासकर कांग्रेस मुझे जिंदा नहीं देखना चाहती क्योंकि मेरा आंदोलन उनके काले कारनामों का चिट्ठा खोल देगा।'
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को कल ईमानदार इंसान बताने वाले रामदेव से पूछा गया कि वह घटना के लिए सिंह को जिम्मेदार मानते हैं। योग गुरु ने सिर्फ इतना ही कहा, 'मंत्रियों ने कहा कि वह प्रधानमंत्री से मिलकर आ रहे हैं।'
रामदेव ने पुलिस को इस दावे को 'बिल्कुल झूठा' बताया कि उनकी जान के खतरे के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी और दावा किया कि वे उन्हें निशाना बना रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया, 'जो पुलिसकर्मी वहां आए थे वे दुष्ट प्रकृति के थे। वे या तो मुझे गोली मार देते या कुचल कर मार डालते।' उन्होंने कहा कि वह रामलीला मैदान में वह महिलाओं का वस्त्र पहनकर 'बर्बरता' से बचना चाहते थे लेकिन उन्हें पकड़ लिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने स्कार्फ से उनका लगभग गला ही घोंट दिया था। मैंने उनसे पूछा, 'क्या आप मुझे मारना चाहते हैं?'
पुलिसिया कार्रवाई को 'मानवता के खिलाफ सबसे बड़ा अपराध' बताते हुए रामदेव ने कहा कि वह राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत करेंगे।
उन्होंने वरिष्ठ मंत्रियों पर अपने वादे से पीछे हटने का आरोप लगाया और कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने उन्हें दिग्भ्रिमित किया।
बाबा ने कहा, 'प्रणव मुखर्जी ने भी स्वीकार किया कि मॉरीशस मार्ग से आ रहा धन काला धन है।' सरकार और उनके बीच हुए समझौते के बारे में उन्होंने कहा, 'उस चिट्ठी में कुछ नहीं है..वे एक और जालियांवाला बाग कांड करने को तैयार थे। हमें कहा कि गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।'
इससे पहले महिलाओं का उजले रंग का वस्त्र धारण किए हुए रामदेव ने आरोप लगाया कि सरकार भ्रष्टाचार और काला धन के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए गंभीर नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि सिब्बल ने उनसे छल किया है। उन्होंने कहा कि पुलिस कार्रवाई के खिलाफ कल देशभर में 'काला दिवस' मनाया जाएगा।
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