Saturday, 4 June 2011

चंदा दीजिए, लेकिन सिर्फ ‘चेक’ से: बाबा रामदेव

नई दिल्ली। काले धन के खिलाफ अपने सत्याग्रह की मुहिम को मजबूत बनाने के लिए बाबा रामदेव ने कवायद तेज कर दी है। रामदेव के सहयोगी बालकृष्ण सत्याग्रह के लिए पैसे जुटा रहे हैं। इसके लिए दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में चंदा जमा किया जा रहा है। खास बात ये है कि दिल्ली में चंदा मांगने पर उनके भक्तों ने लाखों की बारिश कर दी।

दिल्ली के अशोक विहार के अग्रसेन भवन में बाबा के अनेक समर्थक जुटे। ये श्रद्धालु प्रवचन सुनने नहीं आए थे बल्कि बाबा रामदेव के आंदोलन के लिए अपना आर्थिक सहयोग करने आए थे। कार्यक्रम में खुद बाबा रामदेव तो नहीं पहुंचे लेकिन चंदा देने वालों का तांता लग गया वो भी हजारों में नहीं बल्कि लाखों में। शुरुआत राजेश अग्रवाल ने 1 लाख 1 हजार

के चेक से की। इसके बाद ये चंदा पांच और फिर 11 लाख के चेक तक पहुंच गया। बाबा रामदेव के सहयोगी बाल कृष्ण ने साफ कहा कि इतने भर से काम नहीं चलेगा, बल्कि बाकी लोगों को भी चंदा देने के लिए प्रोत्साहित करना होगा।

बाबा रामदेव के सहयोगी बाल कृष्ण दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में जाकर सत्याग्रह के लिए चंदा जुटाने में लगे हैं। उनका कहना है कि उन्होंने बाबा से साफ कह दिया है कि आप अनशन की तैयारी कीजिए मैं पैसे की व्यवस्था करता हूं। इस अभियान में क्या पुरुष और क्या महिलाएं, हर कोई अपनी हैसियत के हिसाब से चंदा देने में लगा था। बाल कृष्ण ने साफ कहा कि वो सिर्फ चेक के जरिये चंदा लेंगे और हर किसी को उसकी रसीद दी जाएगी। यही नहीं उन्होंने मौजूद लोगों से कहा कि दिल्ली में हो रहे इस आंदोलन का खर्च यहीं के लोग उठाएं।

देखते-देखते इस छोटे से समारोह में चंदे के लिए करोड़ों रुपए इकट्ठे हो गए। यहां जुटे लोगों में ज्यादतर बड़े बिजनेसमैन और मोटे आसामी थे। बालकृष्ण को पता था कि किसकी कितनी हैसियत है। हैसियत के हिसाब से कम दान देने वाले लोगों को बालकृष्ण मोटी राशि देने के लिए प्रोत्साहित कर भी रहे थे लेकिन सवाल ये है कि आखिर भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन के नाम पर जमा किए जा रहे इस पैसे का हिसाब कौन रखेगा? इस बारे में पूछने पर बाल कृष्ण ने बताया कि पाई-पाई का हिसाब दिया जाएगा।

बाबा रामदेव के प्रति श्रद्धालुओं की आस्था में कोई कमी नहीं और न ही दान देने वाले लोगों में, सिर्फ एक बैठक में श्रद्धालुओं ने करोड़ों रुपये दान देकर दिखा दिया कि वो बाबा की एक आवाज पर कुछ भी करने को तैयार हैं। ऐसे में रामदेव को भी आंदोलन के दौरान जमा पैसे में पारदर्शिता बरतनी होगी वर्ना भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन छेड़ रहे बाबा पर भी सवाल उठ सकते हैं।

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